इसमें उत्तर रेलवे के अंतर्गत हरियाणा में आने वाले लगभग सभी रूटों पर ट्रायल रन होगा जिसमें दिल्ली से बठिंडा वाय रोहतक–जींद–नरवाना, जींद– गोहाना –सोनीपत,जींद–नरवाना–कैथल–कुरुक्षेत्र, रोहतक –गोहाना–पानीपत और सबसे महत्वपूर्ण रोहतक–डोभ भाली –महम – हांसी।
यह ट्रायल रन इसलिए कराए जा रहे हैं ताकि इन रूटों पर आने वाले समय में 12 कार की ईएमयू ट्रेन चलाई जा सके ।
दूसरी तरफ भिवानी है जहां ट्रायल रन तो छोड़िए पहले से चल रही दिल्ली की ट्रेनों का समय बढ़ गया है औसत गति कम हो गई है, अब भिवानी के लोगों को दिल्ली जाने में पहले से ज्यादा समय लग रहा है ।इसका मुख्य कारण है कि भिवानी से डोभ भाली तक के स्टेशनों का NWR में होना ।
अब डोभ भाली से भिवानी लाइन का दोहरीकरण भी हो जाएगा लेकिन डोभ भाली से रोहतक तक की लाइन Single लाइन ही रहेगी । इस वजह से पूरे रूट पर ट्रेनों की गति नहीं बढ़ाई जा सकेगी । भिवानी से रोहतक दिल्ली जाने वाली ट्रेनों का डोभ भाली crossing के लिए खड़े रहने की संभावना बनी रहेगी । और इसी तरह दिल्ली रोहतक से आने वाली ट्रेनों की भी crossing के लिए खड़े रहने की सम्भावना बनी रहेगी इसलिए ट्रेनों को अधिक समय दिया जाएगा और समय सारणी ठीक नहीं की जा सकेगी ।
आने वाले समय में रोहतक से डोभ भाली लाइन पर और अधिक दबाव बढ़ेगा क्योंकि दिल्ली भिवानी रूट के अलावा रोहतक – हांसी वाया महल रूट की ट्रेन भी इसी लाइन से चलेंगी और अब इस लाइन पर माल गाड़ियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है ।
दिल्ली से भिवानी दूर ही रहेगा । अगर दूरी कम करना है तो जरूरी है कि भिवानी से डोभ भाली तक के स्टेशनों को भी उत्तर रेलवे के अंतर्गत लाया जाए और डोभ भाली से रोहतक तक की लाइन का दोहरीकरण हो जिससे भिवानी से दिल्ली पूरी लाइन का दोहरीकरण हो सके और पूरी लाइन पर ट्रेन 130 किलोमीटर की अधिकतम गति सीमा से चल सके ।
वरना दिल्ली अभी दूर ही रहेगी ।
उत्तर रेलवे के कई रूटों पर 16 मई से 22 मई तक 12 कार ईएमयू ट्रेनों का ट्रायल रन होगा ।
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