इजरायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध के बावजूद, हरियाणा सरकार के माध्यम से इजरायल में नौकरी करने गए 225 हरियाणवी युवा पूरी तरह सुरक्षित हैं।
केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारी लगातार उनके संपर्क में हैं। इन युवाओं ने अभी तक वापस लौटने की कोई इच्छा व्यक्त नहीं की है। हरियाणा सरकार भारतीय दूतावास और युवाओं के परिवारों के संपर्क में है।
इजरायल व ईरान के बीच चल रहे युद्ध के दौरान हरियाणा के उन युवाओं के परिजनों के लिए अच्छी खबर है, जो हरियाणा सरकार के विदेश सहयोग विभाग और कौशल रोजगार निगम के माध्यम से नौकरी करने गए हुए हैं।
हरियाणा से इजरायल में नौकरी के लिए गए 225 हरियाणवी युवा इस समय वहां सकुशल हैं। केंद्र व राज्य सरकार के विभागीय अधिकारी इन युवाओं के लगातार संपर्क में हैं और हरियाणवी युवा भी लगातार मुख्यमंत्री कार्यालय के अंतर्गत संचालित विदेश सहयोग विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर उन्हें पूरा अपडेट प्रदान कर रहे हैं।
यूनाइटेड किंगडम (यूके), इजरायल, फिनलैंड, जापान, उज्बेकिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात सहित सात देशों ने हरियाणा से करीब 14 हजार कुशल श्रमिक मांगे गए थे। हरियाणा से इजरायल जाने के लिए 1370 युवाओं की तरफ से आवेदन किया गया था।.
हर तरह की औपचारिकता पूरी करने के बाद सैकड़ों युवाओं को इजरायल भेजा गया था। इनमें से कई अपना प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद वापस आ चुके हैं। वर्तमान में 225 युवा इजरायल में हैं।
पिछले कुछ समय से इजराइल व ईरान के बीच युद्ध बढऩे के कारण भारत सरकार द्वारा इजराइल में फंसे भारतीय नागरिकों की भारत में सुरक्षित वापसी के लिए 18 जून को आपरेशन सिंधु की शुरुआत की गई थी। 1713 भारतीयों को अब तक आपरेशन सिंधु के तहत सुरक्षित स्वदेश लाया गया है। इनमें हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के सलाहकार (विदेश सहयोग) डॉ. पवन चौधरी के अनुसार यदि इजरायल गए हुए हरियाणवी युवाओं को वहां कोई परेशानी हुई और वे वापस लौटने की इच्छा जाहिर करेंगे तो उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। फिलहाल वार्ता के दौरान किसी भी युवक ने वापस लौटने की इच्छा अभी तक जाहिर नहीं की है। इजरायल गए युवा लगातार अपने परिवारों के भी संपर्क में हैं।
विदेश रोजगार ब्यूरो तथा विदेश सहयोग विभाग की तरफ से भारतीय दूतावास के माध्यम से भी इजरायल गए युवाओं से बातचीत की गई तथा सोमवार को उनके सकुशल होने का दावा किया गया है। डॉ. पवन चौधरी ने बताया कि जिस दिन से इजरायल व ईरान के बीच तनाव बढ़ा है, उसी दिन से हरियाणा सरकार नियमित रूप से भारतीय दूतावास के संपर्क में है।
हरियाणा के सभी नौजवान वहां सुरक्षित हैं। अगर कोई नौजवान वापस आना चाहेगा तो भारतीय दूतावास की मदद से उसे वापस बुलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इजरायल में गए नौजवानों के परिवार भी जिला उपायुक्तों के माध्यम से हरियाणा सरकार के संपर्क में हैं।
हरियाणा से नौकरी के लिए इजरायल के युवा सुरक्षित, अभी तक किसी ने नहीं जताई वापस आने की इच्छा
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