हरियाणा के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के ट्रांसफर ड्राइव की उम्मीद जगी है क्योंकि मुख्यमंत्री कार्यालय ने मंजूरी दे दी है।
यह ट्रांसफर ड्राइव पीजीटी ईएचएसएम और आर्ट एंड क्राफ्ट शिक्षकों के लिए होगा जबकि जेबीटी शिक्षकों को अभी इंतजार करना होगा। शिक्षा विभाग के आईटी सेल को शेड्यूल तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षकों के रेशनेलाइजेशन पर जोर दिया गया है।
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में शिक्षा सत्र 2025-26 में शिक्षकों की ट्रांसफर ड्राइव शुरू होने की उम्मीद जगी है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से शिक्षकों के ट्रांसफर ड्राइव को हरी झंडी दे दी गई है। सीएमओ की मंजूरी के बाद शिक्षा निदेशालय ने ट्रांसफर ड्राइव की तैयारियां चालू कर दी। हालांकि, जेबीटी शिक्षकों को अभी भी ट्रांसफर ड्राइव का इंतजार करना होगा।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से पीजीटी, ईएचएसएम और आर्ट एंड क्राफ्ट शिक्षकों के ट्रांसफर ड्राइव को मंजूरी दी गई है। सीएमओ की ओर से शिक्षा विभाग के आइटी सेल को ट्रांसफर ड्राइव का शेड्यूल तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। संभावना जताई जा रही है कि जून माह के दूसरे सप्ताह में शिक्षा विभाग के आइटी सेल की ओर से ट्रांसफर ड्राइव का शेड्यूल तैयार कर लिया जाएगा
सीएमओ की ओर से स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि रेशनेलाइजेशन के आधार पर ट्रांसफर ड्राइव चलाया जाएगा। इसके साथ ही शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के रेशनेलाइजेशन (युक्तीकरण) के लिए गठित की गई कमेटी में बदलाव किया है। विभाग की ओर से 22 जिलों में शिक्षकों के रेशनेलाइजेशन को लेकर पांच कमेटियां गठित की गई हैं।
शिक्षक संगठनों की ओर से लंबे समय से शिक्षकों का ट्रांसफर ड्राइव चलाने की मांग उठाई जा रही थी। जेबीटी से लेकर पीजीटी लेक्चरर व अन्य सभी श्रेणियों के शिक्षकों ने सरकार पर ट्रांसफर ड्राइव चालू करने का दबाव बनाया हुआ है। शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक संगठनों के साथ बैठकें भी जा चुकी है।
शिक्षा मंत्री द्वारा नया सत्र शुरू होने से ट्रांसफर ड्राइव पूरा करने का दावा किया गया था। उन्होंने कहा था कि ग्रीष्मकालीन अवकाश में ट्रांसफर ड्राइव की जा सकती है। अब सीएमओ की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद संभावना जताई जा रही है कि जून माह के दूसरे सप्ताह में ट्रांसफर शेड्यूल जारी होगा।
शिक्षा विभाग की ओर से बदली गई रेशनेलाइजेशन कमेटी को चार से पांच जिलों का जिम्मा सौंपा गया है। कमेटी नंबर-1 में एचसीएस संजीव कुमार, मुख्यालय से डिप्टी डीईओ अनीता चौधरी को शामिल किया गया है और उन्हें जींद, भिवानी, पलवल, फतेहाबाद का जिम्मा सौंपा गया है, जिसमें संबंधित जिले के डीईओ व और डीईईओ को शामिल किया जाएगा।
इसके साथ ही कमेटी नंबर-2 को हिसार, पानीपत, कैथल और फरीदाबाद का जिम्मा सौंपा गया, जिसमें एचसीएस ममता शर्मा, मुख्यालय से संयुक्त निदेशक नवीन नारा और संबंधित जिलों के डीईओ और डीईईओ को शामिल किया गया है। कमेटी नंबर-3 में अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, गुरुग्राम और पंचकूला को शामिल किया गया है, जिसमें एचसीएस सुरेंद्र सिंह, मुख्यालय से संयुक्त निदेशक मन्नी आहूजा के साथ संबंधित जिलों के डीईओ और डीईईओ रहेंगे।
कमेटी नंबर-4 में रोहतक, सोनीपत, करनाल और सिरसा का जिम्मा एचसीएस हिमांशु चौहान और मुख्यालय से डिप्टी डीईओ वीना सिंह को सौंपा गया है, जिसमें जिला अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इसके अतिरिक्त, कमेटी नंबर-5 में चरखी-दादरी, रेवाड़ी, झज्जर, और महेंद्रगढ़ को शामिल किया गया है, जिसमें अतिरिक्त निदेशक प्रशासनिक सुनील बजाज, मुख्यालय से एडीओ मनोज वर्मा के साथ संबंधित जिलों के शिक्षा अधिकारी मौजूद रहेंगे।
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के राज्य प्रधान सतपाल सिंधु का कहना है कि शिक्षा विभाग को जल्द से जल्द ट्रांसफर ड्राइव शुरू करना चाहिए, ताकि शैक्षणिक सत्र में ही विद्यार्थियों को शिक्षक उपलब्ध हो सकें। बार-बार ट्रांसफर ड्राइव को लंबित करने से शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि ज्यादातर शिक्षकों की ड्यूटी 100 किलोमीटर की दूरी से ज्यादा वाले स्कूलों में है।
शिक्षकों के ट्रांसफर ड्राइव को CMO की मंजूरी, JBT को अभी करना होगा थोड़ा इंतजार ; पहले चरण में PGT-ESHM के तबादले
0 Comments