उत्तर भारत की तरफ आए ताजा WD के कारण कल शाम को पाकिस्तान की तरफ से आए बादलों ने कल रात से आज सुबह तक पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तर राजस्थान में धूल भरी आंधी के साथ कही हल्की कही भारी बारिश देखी गई।
पाकिस्तान से आई धूल भरी आंधी से बहुत सी जगहों पर काफी तबाही मचाई है। मैदानी इलाकों में सैकड़ों पेड़, बिजली के खंभे उखड़ गए। जिससे कई जगह नुकसान हुआ है।
रात पाकिस्तान से आया बादलों का समूह पंजाब पार करने के बाद और भी सक्रिय हो गया, जिससे हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश हुई। देर सुबह बाद उत्तर प्रदेश के सेंट्रल इलाकों तक आकर कमजोर पड़ गए, मगर फिर से अवध पर बरसाती बादल नए सिरे से बनने शुरू हो गए हैं।
मैदानी इलाकों में हुई भारी बारिश के आंकड़े:
हरियाणा:
जगाधरी, यमुनानगर 118mm
करनाल 118mm
बाढ़डा, दादरी 102mm
पिहोवा, कुरुक्षेत्र 90mm
कुरुक्षेत्र 85mm
वजीराबाद, गुड़गांव 81mm
हिसार 76mm
समालखा, पानीपत 73mm
इस्माईलाबाद, कुरुक्षेत्र 70mm
जींद 67mm
सिरसा 65mm
उकलाना, हिसार 53mm
नारायणगढ़, अंबाला 51mm
महम, रोहतक 49mm
दिल्ली:
सफदरगंज 81mm
राजघाट 75mm
पूसा 71mm
Ridge 69mm
पालम 68mm
मयूर विहार 49mm
उत्तर प्रदेश:
सहारनपुर 86mm
बहेरी, बरेली 83mm
बदायूं 58mm
मेरठ 52mm
बड़ौत, बागपत 43mm
सहावर 40mm
अलीगढ़ 35mm
बागपत 30mm
संभल 21mm
मुरादाबाद 7mm
मुजफ्फरनगर 5mm
आगरा 2mm
राजस्थान:
नोहर, हनुमानगढ़ 53mm
पिलानी, झुंझुनूं 49mm
सीकर 38mm
तिजारा, अलवर 35mm
कमान, भरतपुर 33mm
अलवर 23.8mm
चौमू, जयपुर 24mm
धौलपुर 24mm
खेतड़ी, झुंझुनूं 19mm
टिब्बी, हनुमानगढ़ 18mm
तारानगर 15mm
सादुलशहर 14mm
हनुमानगढ़ 10mm
संगरिया 9mm
जोधपुर 7.5mm
रावतसर 5mm
अजमेर 4.6mm
जयपुर 3.3mm
बीती रात हुई बरसात ने अंबाला, हिसार, करनाल, दिल्ली, मेरठ, पिलानी, अलीगढ़ आदि कई शहरो में बरसात ने रिकॉर्ड तोड़ दिए।
करनाल में आज सुबह 8:30 बजे तक 118mm बरसात हुई। जो कि करनाल में मई महीने के इतिहास के आजतक हुई भारी बारिश है। इससे पहले का रिकॉर्ड 20 साल पहले 04 मई 2005 को 43.7mm की भारी बारिश के नाम था।
अंबाला में भी भारी बारिश ने 112 साल का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। बीती रात अंबाला में 79.3mm बरसात हुई, इससे पहले की भारी बारिश का रिकॉर्ड 20 मई 1913 को हुई 85mm बरसात के नाम है।
हिसार में भी आज 108 सालों के इतिहास में मई महीने की दूसरी सबसे भारी बारिश हुई। हिसार में कल रात 76.4mm बरसात हुई जो कि 15 मई 1973 को हुई 102.2mm बरसात के बाद की सबसे भारी बारिश है।
दिल्ली के सफदरजंग एयरपोर्ट पर आज सुबह तक 81.4mm बरसात हुई। जोकि 140 सालों में मई महीने के इतिहास की सबसे भारी बारिश है। इससे पहले इसी महीने 02 मई को 77mm बरसात हुई थी, और उससे पहले 2002 में 66mm बरसात सफदरजंग एयरपोर्ट पर दर्ज की गई थी।
मेरठ में भी बारिश ने इतिहास गढ़ दिया। आज मेरठ सन् 1870 से लेकर आजतक की तीसरी सबसे भारी बारिश में भीगा। मेरठ में आज 52mm बरसात हुई, जो कि मई महीने के इतिहास की तीसरी सबसे भारी बारिश है। उससे पहले 20 मई 2021 को हुई 85mm बरसात ने मई महीने का खिताब अपने नाम कर रखा है।
अलीगढ़ में 155 सालों यानी सन् 1870 से लेकर आजतक के इतिहास में आज दूसरी बार सबसे भारी बारिश हुई है। इससे पहले 20 सालों पहले 03 मई 2005 को 55mm बारिश हुई थी जो अबतक की सबसे भारी बारिश है, उसके बाद आज अलीगढ़ में मई महीने के इतिहास में दूसरी सबसे भारी बारिश आज सुबह हुई 35.2mm बरसात है।
अलवर में भी कल रात हुई भारी बारिश ने 46 सालों का रिकॉर्ड टूटा। कल अलवर में 23.8mm बरसात हुई, इससे पहले इतनी तेज बारिश मई महीने में 27 मई 1979 को 24.4mm हुई थी।
पिलानी, झुंझुनूं के बीती रात 49.1mm बरसात हुई। पिलानी में भारी बारिश ने 20 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया, इससे पहले 4 मई 2005 को 57.4mm बरसात हुई थी।
आज का मौसम पूर्वानुमान:
कल शाम से लेकर आज सुबह तक जारी बरसात ने मौसम में ठंडक घोल दी है। जिसके चलते आज बरसात की गतिविधियां लगभग शांत रहेगी। लेकिन उमस और राजस्थान की तरफ से उठती तप्त शाम तक कही न कही बादल निर्माण जरूर करेगी।
आज शाम तक दक्षिण हरियाणा, दिल्ली, मध्यि, पुर्वी और दक्षिणपुर्वी राजस्थान के आंधी और गरज चमक के साथ बिखरी हुई हल्की बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। बाकी आज बरसात कहां होगी, यह बादल बनने के बाद ही पता लगेगी।
लेकिन पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवीपाटन, अयोध्या, आजमगढ़, गोरखपुर, मिर्जापुर, वाराणसी, प्रयागराज संभाग में आंधी और मेघगर्जन के साथ बिखरी हुई हल्की से मध्यम बारिश होगी, कुछ जगह तेज हवाओ के साथ तेज बारिश भी संभव है।
मध्यप्रदेश के जबलपुर, नर्मदापुरम, निमाड़ और दक्षिणी इंदौर संभाग के जिलों में आज गरज चमक के साथ बिखरी हुई हल्की से मध्यम बारिश होगी, कुछ जगह तेज बारिश भी देखने को मिलेगी।
राज्य के उज्जैन, उत्तर इंदौर संभाग, भोपाल, सागर, रीवा, शहडोल, ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में बादलवाही वाला मौसम रहेगा। दोपहर बाद या शाम तक इन इलाको में कही कही हल्की बारिश या बूंदाबांदी की गतिविधियां देखी जा सकती है।
कल का मौसम पूर्वानुमान:
कल से मैदानी इलाकों में दोबारा से मौसम साफ हो जाएगा। बरसात की गतिविधियों में कमी आएगी, लेकिन कल भी उत्तर हरियाणा, दक्षिणी हरियाणा, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, बुंदेलखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में गरज और आंधी के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है। बाकी इलाको में मौसम साफ रहने की संभावना है।
उत्तर भारत में आगे बरसात का नया दौर 27 मई से पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा से शुरू होगा, 28 मई को बरसात कई इलाकों में फैलेगी, जिससे पंजाब, हरियाणा, सम्पूर्ण राजस्थान, यूपी सहित मध्यप्रदेश में फिर से आंधी के साथ हल्की से मध्यम बरसात होगी। कुछ जगह भारी बारिश भी संभव है।
Weather Update: नौतपा से पहले हुई भारी बरसात से करनाल, हिसार, अंबाला, दिल्ली, पिलानी में टूटे भारी बारिश के रिकॉर्ड
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