Rania News सीएमके नेशनल स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सेमीनार हाल में ' चैलेंज इन इम्पीलेशन ऑफ नेशनल एजुकेशन पालिसी-2020 इन हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन' विषय पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय से कामर्स विभाग के प्रोफेसर व चेयरमैन सुरेंद्र सिंह कुंडू ने रिसोर्स पर्सन के रुप में भाग लिया। कार्याशाला के शुभारंभ अवसर पर कालेज प्राचार्या डा. श्रीमति रंजना ग्रोवर व रिसोर्स पर्सन प्रोफेसर सुरेंद्र कुंडू ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया। इस कार्यशाला में सीएमके कालेज, राजकीय नेशनल कालेज सिरसा, शाह सतनाम जी कालेज सिरसा के शैक्षणिक स्टाफ सदस्यों ने भाग लिया। कालेज प्राचार्या डा. श्रीमति रंजना ग्रोवर ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि नेशनल एजुकेशन पालिसी-2020 को इम्पीलेंट से संबंधित कई चुनौतियां हमारे सामने आई है। उन चुनौतियों से निपटने व शंकाओं का निवारण करने के लिए ही यह कार्यशाला आयोजित की गई है। रिसोर्स पर्सन प्रोफेसर सुरेंद्र कुंडू ने कहा कि चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय ने मौजूदा शैक्षणिक वर्ष से इस एजुकेशन पॉलिसी को अपनाया है और विश्वविद्यालय से जुड़े सभी कालेजों में भी इस वर्ष से यह पॉलसी लागू हुई है। इस पॉलिसी के तहत जो क्रेडिट बेस सिस्टम बनाया गया है उसी के आधार पर विद्यार्थियों को सार्टिफिकेट दिए जाएगें। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत अंडर ग्रेजुएट कोर्स को 4 वर्ष का रखा गया है। अगर अंडर ग्रेजुएट कोर्स में दाखिला लेने वाला विद्यार्थी पहले वर्ष में पढ़ाई करने के बाद छोडक़र चला जाता है उसे प्रथम वर्ष का सार्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। दूसरे वर्ष डिप्लोमा का साॢटफि केट और तीसरे वर्ष डिग्री दी जाएगी। चार वर्ष पूर्ण करने वाले विद्यार्थियों को डिग्री के साथ आनर्स की उपाधि साथ में दी जाएगी। डा. कुंडू ने क्रेडिट सिस्टम व पाठ्यक्रम को लेकर जो 6 कैटेगरी बनाई गई है जिनमें डी.एस.ई, एम.आई.सी., एम.डी.सी., ए.ई.सी, एस.एफ.सी, वी.ए.सी के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि अंडर ग्रेजुएट कोर्सिस में विद्यार्थी मेजर व माइनर विषय पढऩे के साथ-साथ अपनी रुचि के अनुसार अन्य विषय भी पढ़ सकता है। एईसी के तहत विद्यार्थियों को भाषायी ज्ञान दिया जाएगा। हर सैमेस्टर में भाषा बदल जाएगी। विद्यार्थी 3 से अधिक भाषाएं पढ़ सकता है। डिग्री तब कम्पलींट होगी जब इंटरशिप पूरी होगी। पांचवे समेस्टर तक कोर्स में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की इंटरशिप जरुरी है। इंटरशिप 4 क्रेडिट की होंगी। उन्होंने बताया कि आटर्स, साइंस व कामर्स संकाय का विद्यार्थी तीसरे सेमेस्टर तक अपनी स्ट्रीम बदल सकता है। तीसरे समेस्टर के बाद उसे वही स्ट्रीम पढऩी होंगी जिसे उसने लिया हुआ है। डा. कुंडू ने विस्तार से इस पॉलिसी के बारे में समझाया। अपनी शंकाओं का निवारण के लिए प्राध्यापकों ने डा. कुंडू से बीच-बीच में अपने प्रश्र भी किए जिनका उन्होंने जवाब दिया। कार्यक्रम के अंत में कालेज के जनसंचार विभाग की विभागाध्यक्षा डा. दीपीका शर्मा ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया। जो ऑनलाइन लिंक के माध्यम से जो प्राध्यापक इस कार्यशाला से जुड़े थे उनका भी आभार व्यक्त किया गया। इस मौके पर श्रीमति लक्ष्मी फुटेला, श्रीमति संगीता नंदा, श्रीमति बबीता मल्होत्रा, डा. आरती बंसल, श्रीमति अंशु उप्पल, वीरबाला शर्मा सहित अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।
Rania News सीएमके में 'चैलेंज इन इम्पीलेशन ऑफ नेशनल एजुकेशन पालिसी-2020' विषय पर राष्ट्रीय कार्याशाला आयोजित
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