पानी बिना पंप के ही बाहर निकल रहा, उम्मेद स्टेडियम भी लीकेज की समस्या से जूझ रहा
जोधपुर
स्वतंत्रता दिवस पर राजस्थान सरकार की तरफ से इस बार राज्य स्तरीय समारोह जोधपुर में आयोजित किया जा रहा है। समारोह में मुख्यमंत्री मंत्री और विधायकों सहित बड़ी संख्या में वीआईपी शामिल होंगे। जोधपुर में इस बार स्वतंत्रता से दिवस समारोह बरकतुल्लाह खां स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। इससे पहले समारोह उम्मेद राजकीय स्टेडियम में ही आयोजित किए जाते रहे हैं।
दरअसल, जोधपुर शहर में बारिश से भूजल स्तर बढ़ने लगाता है। उम्मेद स्टेडियम अंडरग्राउंड वाटर लीकेज की समस्या से जूझ रहा है। इसके बाद इसके चलते स्वतंत्रता दिवस समारोह की जगह को बदला गया है। जनवरी-फरवरी में इस लीकेज का पता लगा था। शुरुआत में तो लगा कि ये लीकेज किसी पाइपलाइन के टूटने के कारण हो सकता है। लीकेज वाली जगह पर खुदाई की गई तो यह समस्या और बढ़ती चली गई। इसके बाद खुदाई को बंद कर दिया गया।
प्रशासनिक अधिकारियों ने इस स्टेडियम का दौरा भी किया लेकिन समस्या का हल नहीं निकल पाया। इसके बाद स्वतंत्रता दिवस समारोह को प्रशासन ने कार्यक्रम बरकतुल्लाह खां स्टेडियम में ही आयोजित करवाना उचित समझा।
बरकतुल्लाह खां स्टेडियम की क्षमता ज्यादा
वहीं, इस संबंध में जोधपुर जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि उम्मेद स्टेडियम वाटर लॉगिंग की समस्या है। वहां पर वाटर लेवल हाई हो गई है। ऐसे में कार्यक्रम करवाना फिजिबल नहीं होगा। दूसरा उम्मेद स्टेडियम छोटा है। राज्यस्तरीय समारोह होने से बड़ा कार्यक्रम होगा। बरकतुल्लाह खां स्टेडियम की क्षमता भी ज्यादा है। इसलिए वह ज्यादा उपयुक्त है।
वाटर लॉगिंग के चलते स्टेडियम में प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ियों को भी समस्या का सामना करना पड़ता है।
वाटर लॉगिंग के चलते स्टेडियम में प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ियों को भी समस्या का सामना करना पड़ता है।
तीन करोड़ का एस्टीमेट
जिला खेल अधिकारी भरत सिंह गुर्जर ने बताया- अंडरग्राउंड वाटर लीकेज की समस्या से निपटने के लिए हमने अपने स्तर पर प्रयास किए। लेकिन जैसे-जैसे ये प्रयास किए समस्या बढ़ती चली गई। हमने जब इसके बारे में पता किया तो इसका तात्कालिक कारण दर्पण सिनेमा हॉल है। इसमें 20 साल से अंडरग्राउंड पानी भरा हुआ है। पहले उस पानी को पास के नाले के जरिए जोजरी नदी में डाला जाता था। पिछले कुछ समय से उस अंडरग्राउंड को पाट (फिलअप) दिया गया। इससे पहले उसके आसपास के घरों में जो अंडरग्राउंड वाटर स्टोरेज होते थे। वहां समस्या आई, फिर उन लोगों ने अंडरग्राउंड टैंक को भर तो पानी फिर शायद इस तरफ मोड़ लिया है।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ जोधपुर आए तो उन्हें भी इस समस्या जानकारी दी गई। इसके समाधान के लिए पीडब्ल्यूडी से तीन करोड़ का एस्टीमेट बनवाकर मुख्यालय को भेज दिया है।
पूरे शहर में बढ़ रहा भूजल स्तर
जोधपुर शहर में बारिश से भूजल स्तर बढ़ने लगाता है। शहर के पावटा, लक्ष्मीनगर, राजीव नगर, मोहननगर, बीजेएस कॉलोनी जैसे इलाकों में महज चार से पांच फीट पर पानी आ गया है। बीजेएस कॉलोनी में तो पिछले दिनों पंपिंग के लिए पीएचईडी द्वारा पार्क में खोदी गई ट्यूबवेल से पानी बिना पंप के ही बाहर निकलने लगा था। बीजेएस कॉलोनी स्थित ए सेक्टर शिव मंदिर के सामने और राधा-कृष्ण महाराणा प्रताप पार्क सहित अन्य पार्कों में ट्यूबवेल खोदी गई है,लेकिन इनमें भी बिन मोटर के पानी आने लग गया है।
बीजेएस कॉलोनी में पिछले दिनों ट्यूबवेल से पानी बिना पंप के ही बाहर निकलने लगा था।
बीजेएस कॉलोनी में पिछले दिनों ट्यूबवेल से पानी बिना पंप के ही बाहर निकलने लगा था।
2007 से पंपिंग से हो रही भूजल निकासी
पीएचईडी ने साल 2007 से शहर में भूजल निकासी के लिए पंपिंग से पानी निकासी का कार्य शुरू किया। इसके तहत शहर को बाईजी का तालाब, फतेहसागर, खरबूजा बावड़ी, गोरिंदा बावड़ी सहित चार जोन में बांटते हुए पंपिंग से पानी निकासी की संख्या को धीरे-धीरे बढ़ाकर 104 तक पहुंचा दिया। इसमें सर्वाधिक दिक्कतें गोरिंदा बावड़ी और बाईजी तालाब जोन में आ रही है। यहां पर बारिश के कारण दुकानों के अंडरग्राउंड में सीलन आने से दुकानदारों को अपने माल खाली करने पड़े हैं।जबकि लक्ष्मीनगर,मोहननगर,बीजेएस कॉलोनी को रेड जोन में डाल रखा है। यहां पानी महज चार-पांच फीट पर आ गया है।
जमीन में पानी बढ़ा,जोधपुर में बदली स्वतंत्रता-दिवस समारोह की जगह
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