कहा- स्पेशल गिरदावरी करवाकर 60-70 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दे सरकार
रोहतक, 6 सितंबर । पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज बाढ़ प्रभावित दर्जनभर से ज्यादा गांवों व इलाकों का दौरा किया। यहां, लोगों ने बताया कि किस तरह जलभराव के चलते उनकी फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं और मकान में दरारें पड़ गई हैं। सबसे ज्यादा नुकसान खेत में या खेत के साथ बसने वाले किसानों, दलित बस्तियों, प्रजापति बस्तियों व कामगारों के इलाकों में हुआ है। सरकार द्वारा राहत और बचाव के कार्यों में सुस्ती भरती जा रही है, जिसके चलते हालात और भयावह हो गए हैं।
अपने दौरे के बाद पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि वो रविवार को महम और कलानौर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और पूरे प्रदेश में जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा देना चाहिए। क्योंकि खेतों में खड़ी इसबार की फसल तो बर्बाद हुई ही है, लेकिन जलभराव की स्थिति को देखते हुए, आने वाली फसल की उम्मीद भी नजर नहीं आ रही। इसलिए किसानों को कम से कम 60-70 हजार रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा मिलना चाहिए।
सरकार को पोर्टल का चक्कर छोड़कर तुरंत स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों तक आर्थिक मदद पहुंचानी चाहिए। क्योंकि पराली जलाने पर केस दर्ज करने वाली सरकार सेटेलाइड इमेज का सहारा लेती है। लेकिन जब बाढ़, बीमारी व दूसरी आपदा की बात आती है तो किसानों को पोर्टल के हवाले कर दिया जाता है। बीजेपी ने पोर्टल को अपनी जिम्मेदारी से भागने और मुआवजे में देरी का जरिया बना लिया है। साथ ही सरकार को लोगों के मकानों, दुकानों व अन्य इमारतों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए भी मुआवजा देना चाहिए।
सिर्फ प्रदेश सरकार ही नहीं, केंद्र सरकार को भी तुरंत बाढ़ प्रभावित हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड जैसे राज्यों के लिए राहत पैकेज का ऐलान करना चाहिए। केंद्रीय कृषि मंत्री को पंजाब के साथ हरियाणा का भी दौरा करना चहिए, जहां आधे इलाके में 100 प्रतिशत फसल खराब हो चुकी है।
हुड्डा ने बताया कि एक जिम्मेदार विपक्ष के नाते कांग्रेस ने सरकार को मानसून से पहले ही आगाह करना शुरू कर दिया था। लेकिन हर बार की तरह सत्ता के नशे में मदमस्त बीजेपी गहरी नींद सोती रही। ना वक्त रहते नहरों की सफाई की गई और ना ही शहरों में सीवरेज की। ना ही तटबंधों को मजबूत किया गया और ना ही जल निकासी के लिए कोई रास्ता बनाया गया। सरकार बारिश के लिए इंतजाम करने की बजाए, सफाई व सीवरेज व्यवस्था के नाम पर घोटाले करती रही। यही वजह है कि बारिश शुरू होते ही गली, सड़कें, गांव, शहर और खेत, सब तालाब में तब्दील हो गए।
हुड्डा ने कहा कि ये बाढ़ सिर्फ प्रकृति की मार नहीं है, बल्कि इसके लिए बीजेपी सरकार का नकारापन भी जिम्मेदार है। आज आधे से ज्यादा हरियाणा बाढ़ से जूझ रहा है। प्रभावित इलाकों के लोग सरकारी सहायता, राहत सामग्री और मुआवजे की गुहार लगा रहे हैं। सरकार को बिना देरी के यह कार्य करना चाहिए।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि राहुल गांधी से हलफनामा मांगने वाले चुनाव आयोग को पहले खुद हलफनामा देना चाहिए। चुनाव आयोग लिखकर दे कि कहीं भी फर्जी वोटर या एक-एक आदमी के दो-दो वोट नहीं है। अगर आयोग लिखकर देता है तो हम उसको अनगिनत सबूत देने के लिए तैयार हैं। अपनी कारगुजरियों पर पर्दा ढकने के लिए आयोग राहुल गांधी से हलफनामा मांग रहा है।
आगे भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में बीपीएल कार्ड बनाने को लेकर करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है। चुनाव नजदीक आते ही आनन-फानन में लाखों बीपीएल कार्ड बनाए गए। उन लोगों के भी कार्ड बना दिए गए, जो इसके लिए अपात्र थे। ऐसा करके बीजेपी ने चुनाव में लाखों लोगों की वोट ली और अब तीसरी बार सरकार बनते ही अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। अब रोज हजारों परिवारों के बीपीएल कार्ड काटे जा रहे हैं।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किया बाढ़ प्रभावित गांवों और इलाकों का दौरा
0 Comments