बेटी के लिए देख रहे थे रिश्ता; कुरुक्षेत्र में हुआ हादसा
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में सोमवार को हुए सड़क हादसे में यमुनानगर के 3 भाइयों का परिवार तहस-नहस हो गया। सोमवार रात को श्मशान घाट में 3 भाइयों परिवार की 5 चिताएं एक साथ जली, इसे देख हर किसी की आंखें नम हो गईं।
सबसे बड़े भाई कथावाचक पंडित पवन कौशिक (57) के परिवार में अब केवल उनका 13 वर्षीय बेटा तन्मय ही बचा है, जो नौवीं कक्षा में पढ़ता है। महज तीन दिन पहले परिवार ने 26 सितंबर को पवन का 57वां जन्मदिन मनाया था।
उधर, पवन के छोटे भाई राजेंद्र कौशिक शहर की मुख्य सड़क पर ज्योतिष केंद्र खोलने की तैयारी कर रहे थे।
परिजनों से कहा करते थे कि जल्द ही नए केंद्र में काम शुरू हो जाएगा। पवन के तीसरे भाई संजय और उसकी पत्नी सुमन को कोई संतान नहीं है।
उनकी शादी को 15 साल से अधिक हो चुके हैं। दोनों ही एक-दूसरे का सहारा थे। एक सड़क दुर्घटना से तीनों भाइयों का परिवार बिखर गया।
सड़क हादसे में बिखरे 3 भाइयों के परिवार:यमुनानगर में 3 दिन पहले मनाया बर्थडे
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