यमुनानगर। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार को पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने सिविल हॉस्पिटल यमुनानगर के एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी केंद्र (नशा मुक्ति केंद्र) का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और वहां इलाजरत मरीजों की स्थिति का अवलोकन किया। इस अवसर पर एडिशनल एसपी अमरिंदर सिंह भी मौजूद रहे। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आजकल युवा पीढ़ी विभिन्न प्रकार की नशीली वस्तुओं के प्रभाव में आकर अपने जीवन को खतरे में डाल रही है। ऐसे में इस प्रकार के केन्द्र का होना एक महत्वपूर्ण पहलू है, जिससे न केवल नशे से ग्रसित व्यक्ति का पुनर्वास संभव हो पाता है, बल्कि समाज को भी सुरक्षित बनाया जा सकता है।
पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने इस अवसर पर कहा कि नशा मुक्ति अभियान हमारी प्राथमिकता में शामिल है।
समाज से नशे की जड़ को खत्म करना एक सामूहिक प्रयास है। उन्होंने कहा, "पुलिस प्रशासन न केवल अपराधियों पर कार्रवाई करता है, बल्कि उन लोगों के पुनर्वास पर भी विशेष ध्यान देता है जो इस समस्या के शिकार बन चुके हैं।
यह केंद्र इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम सभी विभागों के साथ मिलकर नशे से मुक्ति के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाते रहेंगे ताकि लोगों को इस बीमारी के प्रति सचेत किया जा सके।
" उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को यह समझना आवश्यक है कि नशा सिर्फ व्यक्तिगत समस्या नहीं है, बल्कि इसका असर परिवार, समाज और देश पर भी पड़ता है।
इसलिए यदि कोई व्यक्ति नशे की आदत में फंसा है, तो उसे समझदारी से सहयोग देकर सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है।
उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि यदि उन्हें आसपास में नशे की लत में फंसे किसी व्यक्ति की जानकारी मिलती है तो वे संबंधित अधिकारियों को सूचित करें ताकि उसे सही उपचार मिल सके।
पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने सिविल हॉस्पिटल यमुनानगर के नशा मुक्ति केंद्र का किया दौरा
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