सिरसा में आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन हरियाणा ने गुरुवार को लघु सचिवालय में इकट्ठा होकर अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने महिला एवं बाल विभाग मंत्री श्रुति चौधरी के नाम अपनी लंबित मांगों का ज्ञापन सौंपा। आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स का कहना है कि उन्हें लंबे समय से भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
मोबाइल पोषण ट्रैकर ऐप में काम करने से बहुत परेशानी आ रही है। इसलिए इस पोषण ट्रैकर एप को तुरंत प्रभाव से बंद किया जाएगा। जिला प्रधान रूपा राणा व महासचिव उर्मिला रावत का कहना है कि इस बारे में वह विभाग के अधिकारियों को कई बार पत्र लिख चुकी हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं किया गया।
इसको लेकर वर्कर्स और हेल्पर्स में भारी रोष व गुस्सा पनप रहा है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही उनकी मांगों व समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी। जिसकी जिम्मेदारी हरियाणा सरकार की होगी।
आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स को न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए दिया जाए, हड़ताल के दौरान बर्खास्त वर्करों व हेल्परों का मानदेय तुरंत प्रभाव से डाला जाए। जिन जिलों ने अभी तक उक्त भुगतान नहीं किया है, उन्हें तुरंत निर्देश दिए जाएं। गुड़गांव, दादरी आदि जिलों में आंदोलन के दौरान बने मुकदमे रद्द हो।
आंगनवाड़ी केंद्रों में राशन बनाने के लिए जो गैस इस्तेमाल होती है, उसका पूरा पैसा नहीं दिया जा रहा इसलिए सिलेंडर भी विभाग द्वारा भरवा कर आंगनवाड़ी केंद्रों में भेजवा दिया जाए। उचाना की आंगनवाड़ी वर्कर सुमन को तुरंत बहाल किया जाए। वर्कर्स से सुपरवाईजरों की पदोन्नति से संबंधित पत्र तुरंत जारी हो व हेल्पर और वर्कर्स के खाली पदों पर तुरंत भर्ती की जाए।
सिरसा में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन:हेल्पर और वर्कर्स के खाली पदों को भरने और 'मोबाइल पोषण ट्रैकर' ऐप बंद करने की मांग
0 Comments