25 साल से डॉक्टरी की प्रैक्टिस कर रहा था। जिसकी बदौलत उसने बालसमंद में अपना जांगड़ा हॉस्पिटल तक बना लिया था।
जब रेड हुई तो डॉक्टर मरीज का इलाज कर रहा था।फ्लाइंग की टीम ने 11 घंटे तक अस्पताल में दस्तावेज खंगाले।
जिसके बाद डॉक्टर के पास डिग्री नहीं मिली। हालांकि अस्पताल संचालक धर्मपाल ने दावा किया कि उसके पास इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ‘आयुर्वेद रत्न’ की डिग्री है।
उसने बताया कि वह मरीजों को सिर्फ एलोपैथिक की दवाएं देता है। जांच में यह भी पता चला कि इंजेक्शन लगाने के लिए उसने हेल्पर भी रखे हुए थे। इस अस्पताल की वजह से इलाके में दवा बेचने के लिए बाहर 10 मेडिकल स्टोर तक खुल चुके थे। रेड का पता चलते ही मेडिकल स्टोर वाले भी शटर डाउन कर फरार हो गए। सीएम फ्लाइंग टीम ने देर रात पुलिस को बुलाया। जिसके बाद धर्मपाल के खिलाफ थाना हिसार में केस दर्ज किया है।
हिसार में सीएम फ्लाइंग ने फर्जी डॉक्टर पकड़ा है।
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