जम्मू कश्मीर। रविवार सुबह जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से भारी तबाही हुई। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के जोद घाटी इलाके में तीन जगह बादल फटा, जिससे 7 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए।वहीं, हिमाचल के कुल्लू और मंडी में भी बादल फटने से कई मकान, गाड़ियां और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं।
कठुआ: तीन जगह बादल फटने से मचा हाहाकार
कठुआ के जोद घाटी के अलावा मथरे चक, बगार्ड-चंगड़ा और दिलवान-हुटली में लैंडस्लाइड की घटनाएं हुईं। कई घरों में पानी और मलबा घुस गया। जोद गांव का शहर से संपर्क टूट गया, जिसे रेस्क्यू टीम ने काफी मशक्कत के बाद बहाल किया।
डिप्टी एसपी राजेश शर्मा ने बताया कि लैंडस्लाइड में 2 से 3 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 6 लोगों के फंसे होने की आशंका है। नेशनल हाईवे और रेलवे ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा है।
हिमाचल: कुल्लू-मंडी में फ्लैश फ्लड
सुबह 4 बजे कुल्लू के टकोली और शालानाला क्षेत्र में बादल फटने से दर्जनों घर और गाड़ियां मलबे में दब गईं। कई जगह सड़कें टूट गईं, चंडीगढ़-मनाली फोरलेन बंद हो गया।
शालानाल खड्ड में आए सैलाब ने एफकॉन कंपनी के ऑफिस और कॉलोनी की दीवार तोड़ दी। कर्मचारियों ने भागकर जान बचाई। टकोली, नगवाई और पनारसा में 10 से ज्यादा मकानों और गाड़ियों को नुकसान हुआ।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर में 17 से 19 अगस्त तक भारी बारिश की संभावना जताई है। जम्मू, उधमपुर, राजौरी, पुंछ, कठुआ, किश्तवाड़ समेत 11 जिलों में बादल फटने और लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है।
हिमाचल के चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर में रविवार को यलो अलर्ट जारी है।
किश्तवाड़ का दर्द अब भी ताज़ा
14 अगस्त को किश्तवाड़ के चसोटी गांव में बादल फटने से 65 लोगों की मौत हो चुकी है, 200 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं। NDRF, SDRF, सेना और स्थानीय प्रशासन लगातार रेस्क्यू अभियान चला रहे हैं।
कश्मीर और हिमाचल में बादल फटने से तबाही: कठुआ में 7 की मौत, कुल्लू में सड़कें-घर ध्वस्त
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