तीन दिवसीय खेल उत्सव का हुआ समापन
हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा है कि खेल के क्षेत्र में हरियाणा ने पूरे विश्व में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
डॉ. शर्मा आज राजीव गांधी खेल परिसर में मेजर ध्यानचंद जन्मोत्सव पर आयोजित तीन दिवसीय खेल कार्यक्रम के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि खिलाडिय़ों व खेल प्रेमियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह हरियाणा की खेल नीति का ही परिणाम है कि आज हर अभिभावक अपने बच्चों को खेल में आगे बढ़ाना चाहता है।
हरियाणा की खेल नीति पूरे देश में एक आदर्श मॉडल के रूप में देखी जा रही है, क्योंकि यह खिलाडिय़ों को सर्वाधिक नकद पुरस्कार और सुविधाएं प्रदान करती है।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार ने खेल नीति के अंतर्गत यह सुनिश्चित किया है कि ओलंपिक और पैरालंपिक विजेताओं को स्वर्ण पदक पर 6 करोड़, रजत पर 4 करोड़, और कांस्य पदक पर 2.5 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी जाए। इसके अलावा प्रत्येक प्रतिभागी खिलाडिय़ों को भी 15 लाख रुपये दिए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि ओलम्पिक एवं पैरालम्पिक खेलों हेतु चुने गए हरियाणा के खिलाडिय़ों को नकद पुरस्कार राशि में से प्रशिक्षण तथा खुराक हेतु अग्रिम 5 लाख रुपये देने का प्रावधान है।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि पिछले सत्रह वर्षों में पांच ओलंपिक खेल हुए और हरियाणा के किसी न किसी खिलाड़ी ने हर बार पदक जीतकर तिरंगे की शान बढ़ाई है। प्रदेश के खिलाडिय़ों ने ओलंपिक खेलों में 15 पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया है।
इससे पहले नशा मुक्ति हरियाणा को लेकर साइकिल रैली भी निकाली गई। इस साइकिल रैली में सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा के साथ रोहतक के उपायुक्त सचिन गुप्ता, अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार ने भी भाग लिया।
इस अवसर पर मेयर रामअवतार वाल्मीकि, उपायुक्त सचिन गुप्ता, अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार, नगराधीश अंकित कुमार, उप-निदेशक खेल सुरजीत कुमार, अभिनंदन शर्मा, सुरेंद्र, मोनू अत्री, हरीश चेयरमैन व स्वीटी मलिक आदि मौजूद थे।
खेलों में हरियाणा ने बनाई अलग पहचान - सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा
0 Comments