डीजी जेल ने जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली और बंदियों के कल्याणार्थ क्रियान्वित परियोजनाओं की समीक्षा की
गुरुग्राम
महानिदेशक कारागार आलोक कुमार राय ने गुरुग्राम जेल में बंदियों की बैरकों का निरीक्षण किया और उनकी समस्याओं को भी सुना। मौके पर उनकी समस्याओं के नियमानुसार समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए। उन बैरकों, जहां खूंखार आपराधिक प्रवृति और गैंगस्टर्स बंद है का भी निरीक्षण किया गया और जेल अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए गए कि इनकी गतिविधियों को नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाए ताकि जेल में रहते वे बाहर किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त न हो पाए। पैरोल के दौरान भी ऐसे आपराधिक प्रवृति वाले अपराधियों पर स्थानीय प्राधिकरण के साथ उनकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए समन्वय स्थापित किया जाए और यदि कोई अपराध किया जाता है तो जेल नियमावली के प्रावधान अनुसार सख्त से सख्त सजा देते हुए भविष्य में पैरोल पर रोक लगाई जाए। इसके अतिरिक्त जेल की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक निर्देश भी पारित किए गए। जेल अधिकारियों को मंत्रणा दी गई की जेलों में सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक को गंभीरता से लिया जाएगा और सम्बन्धित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
इस दौरान जेल मेस में बंदियों को खाना बनाने की व्यवस्था का भी सूक्ष्मता से निरीक्षण किया और सफाई एवं हाइजीन मेंटेन करने बारे अधिकारियों को मंत्रणा दी गई। महिला कैदियों को सरकारी हिदायतों के अनुसार प्रदान की जाने वाली सुविधाओं का भी जायजा लिया गया। जेल अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए कि बंदियों को उनके परिवारजनों से बात करने की सरकार द्वारा प्रदान सुविधा Prison Inmate Calling System का सद्पयोग हो और सभी बंदियों को इसमें एनरोल किया जाए ताकि सरकारी हिदायतोनुसार वे अपने परिजनों से निरंतर बात करने रहने से जेल के isolated वातावरण में उत्पन्न मानसिक अवसाद से बचें रहे। जेलों में बंद बंदियों को उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए। इसके अलावा बरसात के मौसम को देखते हुए स्वच्छ पीने के पानी की उपलब्धता करवाई जाए और पानी के निकास की समुचित व्यवस्था हो ताकि मच्छरों से उत्पन्न होने वाली बीमारियों से बचा जा सके।
महानिदेशक कारागार ने निर्देश दिए कि बंदियों को जेल में नियमित कार्यों में व्यस्त रखा जाए ताकि वे अपनी सजा अवधि शांति से व्यतीत करे। इसलिए उनको जेल में स्थापित शिक्षा केंद्रों में शैक्षणिक कोर्सेज में एनरोल किया जाए और व्यवसायिक कोर्सेज में भी एनरोल किया जाए ताकि वे सजा अवधि उपरांत रिहाई के बाद आत्मनिर्भर बन सके और समाज की मुख्यधारा से जुड़ सके।
जेल स्टाफ के समस्याओं को भी सुना गया और आश्वासन दिया गया कि नियमानुसार इनका शीघ्र समाधान किया जाएगा।
नवनियुक्त महानिदेशक कारागार, आलोक कुमार राय ने किया गुरुग्राम जेल का निरीक्षण
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