ऐलनाबाद,27 जनवरी रमेश भार्गव) हर साल, हजारों युवा नशे और ग़लत संगत के जाल में फंसकर अपना जीवन बर्बाद कर लेते हैं। यह समस्या हरियाणा जैसे प्रगतिशील राज्य के लिए एक गंभीर चुनौती बन गई है। इसी के समाधान की दिशा में हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (HSNCB) ने नशा मुक्त जीवन Bucket Challenge अभियान के तहत “उठो और बढ़ो आगे” नामक एक प्रेरणादायक कविता जारी की है। यह कविता HSNCB के अभिनव प्रोजेक्ट चक्रव्यूह का काव्यात्मक स्वरूप है।
चक्रव्यूह, डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल में स्थापित एक शैक्षिक एस्केप रूम है, जो छात्रों को नशे और ग़लत संगत के खतरों से परिचित कराते हुए सही निर्णय लेने की कला सिखाता है। अब यह कविता इस संदेश को और भी सरल, भावनात्मक, और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत करती है।
चक्रव्यूह का काव्यात्मक स्वरूप
“उठो और बढ़ो आगे” कविता युवाओं को उनके बचपन और किशोरावस्था के महत्व का अहसास कराती है। यह जीवन के उस महत्वपूर्ण समय की बात करती है, जब सही फैसले उनके भविष्य को उज्ज्वल बना सकते हैं। कविता सरल और प्रेरणादायक भाषा में नशे और गैंग जैसी समस्याओं के खतरों को उजागर करती है।
यह कविता युवाओं को न केवल नशे से दूर रहने की प्रेरणा देती है, बल्कि अपने कौशल को पहचानने और निखारने का आह्वान करती है। साथ ही, यह उन्हें यह भी सिखाती है कि केवल हुनर ही नहीं, बल्कि लोगों से जुड़ने और संवाद करने की क्षमता भी सफलता की कुंजी है।
पूरी कविता: उठो और बढ़ो आगे
बचपन और जवानी केवल खेलने के लिए नहीं,
ये तय करते हैं तुम कैसे इंसान बनोगे कहीं।
तुम जो चुनोगे, जो राह पकड़ोगे,
तुम स्वयं के लिए वही जीवन रचोगे।
ड्रग्स और गैंग? ये बर्बादी के जाल हैं,
ये सपने चुराते हैं, ये झूठे सवाल हैं।
इनसे बचो, ये गिराते हैं नीचे,
अपनी मुस्कान को मत खोने दो बीच में।
इसके बदले कमर कसो, अपनी कला को तराशो,
कोई हुनर सीखो, जो दुनिया को भाए।
तकनीक हो, कला हो, या कुछ नया,
दुनिया इंतजार कर रही है बस तुम्हारा।
लेकिन हुनर ही काफी नहीं, ये जान लो,
लोगों से जुड़ना, समझना और उनके साथ काम करना सीख लो।
लोगों को समझने की कला है एक चाबी,
जो हर दरवाज़ा खोलती है, हर मुश्किल का हल देती है।
बचपन और जवानी का मकसद है आगे बढ़ना,
जीवन को संवारना और कुछ नया करना।
भटको मत, सही राह पकड़ो,
मेहनत और ईमानदारी से हर सपना सच करो।
एक सक्षम इंसान बनना है तुम्हारा लक्ष्य,
सम्मान और पहचान से भरा जीवन है असली ख़ुशी।
हरियाणा की ताकत तुम्हारे साथ है,
अपनी तकदीर को ऊँचा उठाना तुम्हारे हाथ है।
तो उठो, जागो और आगे बढ़ो,
तुम्हारा लक्ष्य तुम्हारे सामने है—इसे पूरा करो।
युवाओं के लिए संदेश
HSNCB ने इस कविता के माध्यम से हरियाणा के युवाओं को एक स्पष्ट और सशक्त संदेश दिया है—अपने जीवन को ग़लत संगत और नशे के जाल से बचाएं। यह कविता न केवल उनकी चेतना जगाती है, बल्कि उन्हें अपने कौशल और क्षमताओं को पहचानने और उनका उपयोग करने के लिए प्रेरित करती है।
HSNCB के प्रवक्ता ने कहा, “चक्रव्यूह एक व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है, जबकि यह कविता उन भावनाओं को गहराई से व्यक्त करती है। यह केवल शब्दों का संग्रह नहीं है, बल्कि हरियाणा के युवाओं के लिए एक आह्वान है कि वे नशे से दूर रहें और अपने जीवन का सही उपयोग करें।”
स्कूलों से अपील: कविता को चर्चा का हिस्सा बनाएं
HSNCB ने हरियाणा के स्कूलों से आग्रह किया है कि वे इस कविता को अपने पाठ्यक्रम में शामिल करें। छात्रों को इसके संदेश पर गहराई से चर्चा करने, इस पर निबंध लिखने और इसे अपनी सोच का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित करें।
“कविता का गहन विश्लेषण छात्रों को न केवल सोचने के लिए प्रेरित करेगा, बल्कि यह उन्हें अपने जीवन के फैसले सही दिशा में लेने के लिए मार्गदर्शन भी देगा,” प्रवक्ता ने कहा।
Nasha Mukt Jeevan Bucket Challenge के तहत प्रयास
“उठो और बढ़ो आगे” कविता HSNCB के Nasha Mukt Jeevan Bucket Challenge का हिस्सा है, जो हरियाणा को नशा मुक्त बनाने और युवाओं को सशक्त करने के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है।
HSNCB के प्रवक्ता ने अंत में कहा, “हम चाहते हैं कि हरियाणा का हर युवा अपने जीवन का सही मूल्य पहचाने और अपने सपनों को साकार करे। यह कविता उनके जीवन में बदलाव लाने का एक प्रयास है, ताकि वे नशे और ग़लत संगत से बचकर समाज में सकारात्मक योगदान दे सकें।”
यह पहल युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने और हरियाणा को सशक्त और उज्ज्वल बनाने की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है।
हरियाणा के युवाओं के लिए HSNCB का प्रेरक संदेश: “उठो और बढ़ो आगे”
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