चैत्र मास की शुरूआत रंगों के पर्व होली से होती है 14 मार्च 2025 शुक्रवार से यह शुभ दिन है प्रारंभ हो रहे हैं, रंगों का ज्योतिष से भी खास संबंध है होली रंगों का त्यौहार है और रंग प्रेम के परिचायक होते हैं, इन प्यार के रंगों को वही व्यक्ति स्वीकार करता है जिन के मन में अनुराग और अपनत्व की भावना होती है, अपनी राशि के अनुसार अपने इष्ट का ध्यान कर अपने मन से सभी बुराईयों का दहन कर भविष्य की पवित्र, सुखद, शाश्वत, पापरहित और प्रेममयी होली के रंग अपने जीवन में लाने का संकल्प करें और सुनहरे भविष्य की उज्वल कामना करें।
मेष राशि: इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली की पूजा करने के उपरांत मंदिर जाकर शिवालय के दर्शन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए लाल गुलाल, पीले रंग का प्रयोग करें।
वृषभ राशि : इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत कन्या पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए हल्के पीले, हरे रंग का प्रयोग करें।
मिथुन राशि: इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत भगवान गणपति के दर्शन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए लाल और हरे रंग का प्रयोग करें।
कर्क राशि: इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत शिव परिवार का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए सफेद कपड़े धारण करें और लाल, पीली गुलाल से होली खेलें।
सिंह राशि : इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत भगवान सूर्य नारायण का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए गुलाल एवं मेहरून रंग का प्रयोग करें।
कन्या राशि: इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत गणपति बप्पा और धन के देवता कुबेर जी के दर्शन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए टेसू रंग का प्रयोग करें।
तुला राशि: इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत मां दुर्गा का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए लाल और पीले रंग का प्रयोग करें।
वृश्चिक राशि:इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत भगवान गणपति और उनकी पत्नियों रिद्धि-सिद्धि का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए गुलाबी रंग का प्रयोग करें।
धनु राशि : इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत भगवान दत्तात्रेय (गुरु महाराज) का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए पीले रंग का प्रयोग करें।
मकर राशि : इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत भगवान श्री राम और उनके प्रिय भक्त हनुमान जी के दर्शन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए हल्का गुलाबी और पीला रंग प्रयोग में लाएं।
कुंभ राशि: इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत श्री राम भक्त हनुमान जी का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए हरे और सिंदूरी रंग का प्रयोग करें।
मीन राशि : इस राशि के व्यक्ति ब्रह्ममूहर्त में उठकर होली पूजन के उपरांत बृहस्पति देव का पूजन करें तत्पश्चात होली के रंगों में रंगने के लिए पीले रंग का प्रयोग करें.....होलिका उत्सव की हम सभी के लिये मंगलमय शुभकामनाएं.. बधाई हो ...!!
होलाष्टक फाल्गुन मास के अष्टमी से शुरू होता है पूनम दिन होलिका दहन के साथ समाप्त होती है ।
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