त्रिपुरा में बॉर्डर पर मुहुरी नदी के पास नया तटबंध बनाने से दोनों देशों के बीच खड़ी हुई नई टेंशन
शेख हसीना के निर्वासन और मोहम्मद यूनुस के सत्ता संभालने के बाद से ही भारत और बांग्लादेश के बीच रिश्ते काफी खराब हो चुक हैं। अब बांग्लादेश ने भारत के खिलाफ एक और साजिश रची है। वह दक्षिण त्रिपुरा में मुहुरी नदी के पास एक और तटबंध बना रहा है। इसकी वजह से सीमा से सटे शहरों में बाढ़ की आशंकाएं बढ़ गई हैं। बेलोनिया के सीपीएम विधायक दीपांकर सेन ने इस मुद्दे को उठाते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है। नदी पर बन रहा यह तटबंध डेढ़ किलोमीटर लंबा और 20 फुट ऊंचा है।
सेन ने कहा कि इंदिरा-मुजीब समझौते के अनुसार, किसी भी देश को बॉर्डर के 150 गज के अंदर किसी भी तरह का निर्माण करने की अनुमति नहीं है। इस समझौते के बाद भी बॉर्डर से 50 गज की दूरी और कुछ जगह 10 गज की दूरी पर इस तटबंध का निर्माण किया जा रहा है। भारत-बांग्लादेश बॉर्डर के पास मुहुरी नदी के नजदीक स्थित शहरों में रहने वाले कम से कम 500 परिवारों को इस तटबंध के निर्माण की वजह से मानसून में बाढ़ आने का डर है।
हिंदू नेता की हत्या से पहले ही तनाव
मोहम्मद यूनुस के कार्यकाल में बांग्लादेश में हिंदू सुरक्षित नहीं हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में बांग्लादेश के दिनाजपुर जिला के बिराल उपजिला में भाबेश चंद्र रॉय नामक शख्स को पहले अगवा किया गया और फिर उसे पीट-पीटकर मार डाला गया। इससे दोनों देशों में टेंशन बढ़ गई। रॉय शतग्राम संघ के अंतर्गत बसुदेबपुर गांव के निवासी थे और बांग्लादेश पूजा उद्जापन परिषद की बिराल इकाई के उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे।
भारत को बाढ़ में फंसाने की साजिश रच रहा बांग्लादेश, नया तटबंध बनाने से दोनों देशों के बीच खड़ी हुई नई टेंशन
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